Follow Startup Minder Facebook Instagram YouTube LinkedIn Telegram... जानिए 50-30-20 नियम का अनोखा जादू - Startup Minder - Startup Minder

जानिए 50-30-20 नियम का अनोखा जादू - Startup Minder

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Image Credit -: Finology

 जब भी आपको हर महीने अपनी सैलरी मिलती है तो आपके मन में एक सवाल तो जरूर आता होगा कि इस सैलरी को अलग-अलग भागों में बांटकर इसका किस प्रकार से उपयोग किया जाए ताकि मेरे नित्य खर्चे भी निकल जाए तथा इन्वेस्टिंग  भी हो जाए तथा मैं अपने पसंद की चीजें भी खरीद सकूं।

तो आज के इस आर्टिकल में हम 50-30-20 नियम के बारे में जानने वाले है जिसके बाद आपकी ये दुविधा दूर हो जाएगी।

50-30-20 नियम की सहायता से आप बड़े ही आसान तरीके से अपनी मासिक सैलरी को अपनी जरूरत, अपनी इच्छाओं तथा अपनी सेविंग्स के बजट में बाँट सकते है।

तो आइये इसके बारे में जानते है - 

50-30-20 नियम क्या है ?

50-30-20 नियम एक ऐसा नियम है जो आपके टैक्स के बाद की मासिक सैलरी को अलग अलग कंपोनेंट्स में बाँटने में आपकी सहायता करता है। ये 3 कंपोनेंट्स इस प्रकार है - Needs, Wants तथा Savings   आपकी मासिक सैलरी को आप क्रमशः इन कंपोनेंट्स में 50%, 30% तथा 20% के हिसाब से बाँट सकते है।

आइये इसके बारे में जरा विस्तार से समझते है -

50-30-20 नियम के कंपोनेंट्स -

मासिक इनकम -

50-30-20 नियम को अपनाने से पहले आपको सबसे पहले अपनी मासिक इनकम का अच्छे से विश्लेषण करना है। आपकी ग्रॉस सैलरी में रिटायरमेंट बेनिफिट्स, प्रोविडेंट फण्ड कंट्रीब्यूशन आदि शामिल होते है। आपको इस बात को नहीं भूलना नहीं चाहिए कि अगर आप अच्छे से टैक्स प्लांनिग नहीं करते है तो सरकार आपकी सैलरी का 30% तक हिस्सा टैक्स के रूप में ले सकती है।

इसलिए आपको इन समस्त प्रकार के डिडक्शन्स के बाद की अपने सैलरी पर ही यह नियम लगाना है। हालाँकि अधिकतर स्थितियों में आपका Employer खुद ही ये डिडक्शन्स करके बाकि सैलरी आपके बैंक अकाउंट में डाल देता है।

Needs (जरूरतें) -

50-30-20 नियम के इस कॉम्पोनेन्ट में आपकी दैनिक जरूरतों पर लगने वाले खर्चे को शामिल किया जाता है। इसमें आपको रहने का खर्चा, बच्चों की पढ़ाई, बिजली बिल, इंटरनेट आदि ऐसे खर्चों को शामिल किया जाता है जिनके बिना आपका जीना दूभर हो जाता है।

इसके अलावा एक जागरूक नागरिक होने के नाते आपको लाइफ तथा हेल्थ इन्शुरन्स के बारे में भी पता होना चाहिए। इनमें लगने वाले खर्चों को भी हम इसी कॉम्पोनेन्ट में शामिल करते है।

आपकी मासिक सैलरी का 50% हिस्सा इन समस्त खर्चों में जाना चाहिए।

Wants -

इस कॉम्पोनेन्ट में उन खर्चों को शामिल किया जाता है जिनके बिना भी आराम से आप काम चला सकते हो लेकिन फिर भी हर किसी के मन में उन खर्चों को करने की लालसा रहती है। अगर आप नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन खरीदना चाहते हो तो उसको हम इस कॉम्पोनेन्ट में शामिल कर सकते है।

50-30-20 नियम के अनुसार आपकी सैलरी का 30 % हिस्सा इन चीजों के लिए खर्च किया जा सकता है।

Savings -

भले ही आप अपनी जॉब से कितना भी पैसा कमाते हो लेकिन अगर आपमें सेविंग करने की आदत नहीं है तो आपके वैल्थी बनने की राह थोड़ी मुश्किल हो जाती है।

फाइनेंसियल फ्रीडम पाने के लिए सेविंग ही सबसे पहला कदम है। अगर आप अपनी मासिक सैलरी में से कुछ पैसा सेव ही नहीं कर पाते तो आप इन्वेस्टिंग कैसे कर पाएंगे?  50-30-20 नियम के अनुसार आपको अपनी मासिक सैलरी का कम से कम 20% हिस्सा सेविंग की तरफ लगाना चाहिए। इस सेविंग के पैसे की मदद से आप सबसे पहले एक इमरजेंसी फण्ड बना सकते है तथा उसके बाद इसको निवेश करके एक अच्छा पोर्टफोलियो बना सकते है जिसकी मदद से भविष्य में आपको किसी प्रकार की वित्तीय समस्याओं का सामना न करना पड़े।

सरकार भी लगातार इस दिशा में कदम उठा रही है। सेविंग की आदत को बढ़ावा देने के लिए ही सरकार ने प्रोविडेंट फण्ड जैसी सुविधएं प्रदान की है जिसमे आपकी सैलरी का कम से कम 12% हिस्सा डिडक्ट होता है तथा आपका एम्प्लायर भी इस अमाउंट का भुगतान करता है। इसमें आप अपनी टोटल राशि पर 8.5% का रिटर्न भी पा सकते है जिसमे टैक्स भी नहीं लगता।

50-30-20 नियम का सामान्य उदाहरण -

आईये एक सामान्य उदाहरण की सहायता से इस नियम को और गहराई से समझते है -

माना कि आपकी मासिक सैलरी 30,000 रूपये प्रति महीना है। इसलिए हर महीने 15,000 रूपये आपकी दैनिक जरूरतों पर खर्च किए जा सकते है। अगर आपके दैनिक खर्चों का हर महीने का बजट इससे ज्यादा बनता है तो आप अपने खर्चों को थोड़ा कम कर सकते है ताकि 50% सैलरी से ज्यादा राशि उधर न जाए या फिर अपनी Wants के खर्चों को कम करके इधर मैनेज कर सकते है।

इसके बाद आपकी Wants पर हर महीने 9,000 रूपये खर्च किए जा सकते है लेकिन आपकी Needs के हिसाब से ये एडजस्ट किए जा सकते है।

अब अंत में आपको अपनी सैलरी का 20% हिस्सा यानी 6,000 रुपयों की बचत करनी चाहिए।

50-30-20 नियम को अप्लाई कैसे करे ?

अब हमने इस नियम तथा इसके उदाहरण को तो समझ लिया लेकिन साथ ही यह भी बहुत जरूरी है कि इसको सामान्य जिंदगी में अप्लाई कैसे करना है। तो आइये कुछ ऐसे स्टेप्स के बारे में चर्चा करते है जिनकी सहायता से आप इस नियम को आसानी से अपना सकते है -

एक Expense Budget बनाना -

अगर आप अपनी सेविंग्स की आदत को और ज्यादा मजबूत बनाना चाहते है तो आपको अपने सारे खर्चों का एक बजट जरूर बनाना चाहिए। इसमें आप अपने खर्चों को Needs तथा Wants में बांटकर यह एनालिसिस कर सकते है कि आप कहाँ पर ज्यादा खर्चा कर रहे है तथा आप किस प्रकार से उन खर्चों को कम कर सकते है। अगर आपके पास इतना करने के लिए भी समय नहीं है तो आप ExpenseBit जैसे Apps की सहायता से अपने खर्चों को मेन्टेन कर सकते है।

एक इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो बनाना -

केवल सेविंग करके फाइनेंसियल फ्रीडम को पाना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि इन्फ्लेशन की वजह से आपके पैसे की Purchasing Power लगातार कम होती जाती है। अगर आप एक अच्छे पोर्टफोलियो का निर्माण करते है तो इसकी वजह से आपको अच्छा रिटर्न भी मिलेगा तथा इन्फ्लेशन की वजह से आपके पैसे की Purchasing Power में होने वाली कमी भी रिकवर हो जाएगी।

अगर हम पिछले कुछ सालों के रिटर्न की बात करे तो स्टॉक मार्किट ने तुलनात्मक रूप से अच्छे रिटर्न दिए है तथा अगर आपको इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है तो आप म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश कर सकते है। आपकी बैंक FD में मिलने वाले रिटर्न से कही अच्छे रिटर्न आप म्यूच्यूअल फंड तथा शेयर मार्किट के सहायता से कमा सकते है।

Passive Income कमाना -

50-30-20 नियम आपकी मासिक सैलरी के हिसाब से काम करता है लेकिन अगर आप कुछ अन्य Passive Income के स्रोतों से भी कुछ इनकम बना लेते हो तो यह आपकी फाइनेंसियल फ्रीडम के लिए एक अच्छा कदम होगा।

रियल एस्टेट में इन्वेस्टमेंट करना - इसमें आप अपनी प्रॉपर्टी को किराए पर देकर काफी अच्छे इनकम कमा सकते हो। अगर आप लोन लेकर भी कोई प्रॉपर्टी लेते हो तथा आपका कैश फ्लो सकारात्मक है तो आप अच्छी इनकम का एक और दरवाजा खोल सकते हो।

कंटेंट डेवलपमेंट - आज का युग कंटेंट का युग है। अगर आप किसी भी भी फील्ड में अच्छा कंटेंट बनाने की योग्यता तथा जूनून रखते हो तो आप अपनी इनकम में बढ़ावा कर सकते है। आजकल कंटेंट को आप कई स्रोतों के माध्यम से मोनेटाइज कर सकते हो जैसे गूगल adsense , Udemy पर कोर्स बेचना आदि।

Affiliate Marketing - अगर आप एक Influencer के तौर पर अपनी अच्छी खासी पहचान रखते हो तो आप कुछ प्रोडक्ट्स को प्रमोट करके इसमें कमिशन कमा सकते है। अनेक Influencer इस विधि से अच्छी खासी कमाई कर रहे है।

निष्कर्ष -

50-30-20 नियम की पूरी जानकारी हमने इस आर्टिकल के माध्यम से प्राप्त की। इसके अलावा हमने यह भी जाना कि आप इसको किस प्रकार से अपनी रियल लाइफ में इम्प्लीमेंट कर सकते है। आप इस नियम की सहायता से अपनी सेविंग की आदत को और ज्यादा मजबूत कर सकते है।

आपको एक बजट बनाकर अपने खर्चों का एनालिसिस जरूर करना चाहिए ताकि आप फालतू खर्चों से अपने आप को बचा सके। इसके अलावा आपको सेविंग के साथ साथ इन्वेस्टिंग पर भी ध्यान देना चाहिए ताकि आप लॉन्ग टर्म में अच्छा रिटर्न कमा सकें।

हम आशा करते है कि इस नियम को अपनाकर आप जरूर अपनी फाइनेंसियल फ्रीडम की तरफ अपना पहला कदम बढ़ाएंगे।

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